Jet Airways पंख पसारने को तैयार, अगले साल गर्मी में भर सकती है इन रूटों पर उड़ान
बड़े आर्थिक संकट के चलते जेट एयवेज 17 अप्रैल, 2019 को बंद हो गई थी.
कंसोर्टियम को जेट की उड़ान के लिए NCLT और अन्य विनियामक मंजूरी का इंतजार है. (File Photo)
कंसोर्टियम को जेट की उड़ान के लिए NCLT और अन्य विनियामक मंजूरी का इंतजार है. (File Photo)
Jet Airways: भारत की चर्चित प्राइवेट विमानन कंपनी जेट एयरवेज (Jet Airways) के नए मालिकान यूएई के बिजनेसमैन मुरारी लाल जालान और लंदन के कैलरॉक कैपिटल के कंसोर्टियम (Jalan-Kalrock Capital consortium) ने कहा है कि वे जेट एयरलाइन की उड़ान को जल्द से जल्द शुरू करने की तैयारी में हैं. उन्होंने उम्मीद जताई है कि जेट की उड़ान ( Jet airline operation) अगले साल गर्मियों तक शुरू हो सकती है. पहले घरेलू उड़ान सर्विस शुरू की जाएंगी. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय उड़ान का प्लान है.
मंजूरी का इतंजार (Jet Airways regulatory approvals)
कंसोर्टियम को जेट की उड़ान के लिए एनसीएलटी (NCLT) और अन्य विनियामक मंजूरी (regulatory approvals) का इंतजार है. इन मंजूरी में नागरिक उड्डयन मंत्रालय (civil aviation ministry) और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के स्लॉट और द्विपक्षीय यातायात अधिकारों की बहाली भी शामिल है.
रिवाइवल प्लान (Jet Airways revival plan)
जेट एयरवेज ने नए मालिकान इन विमानन सेवा को फिर से आसमान में उतारने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. इस एयरलाइन के लेनदारों की समिति (सीओसी) पहले ही कंसोर्टियम को एयरलाइन की रिवाइवल योजना को मंजूरी दे चुकी है.
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बड़े आर्थिक संकट के चलते जेट एयवेज 17 अप्रैल, 2019 को बंद हो गई थी. उस समय कंपनी के प्रमोटर नरेश गोयल को 500 करोड़ रुपये की जरूरत थी, पर वे इसे जुटा नहीं पाए. बाद में जेट एयरवेज को कर्ज देने वाले बैंकों के कंसोर्टियम ने नरेश गोयल को कंपनी के बोर्ड से हटा दिया.
इसके बाद जेट एयरलाइन के लिए बोलियां लगाई गईं. जिसमें कारोबारी मुरारी लाल जालान ने इसकी 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी. जालान के साथ लंदन की कालरॉक कैपिटल ने इसकी 14 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी.
जेट 2.0 प्रोग्राम (Jet 2.0 program)
जेट के नए मालिकान ने जेट 2.0 प्रोग्राम तैयार किया है. इस प्रोग्राम के तहत जेट एयरवेज के पुराने दिनों को वापस लाना है. अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक चलता रहा तो जेट एयरवेज का प्लेन अगले साल गर्मियों में आसमान में उड़ान भरता हुआ दिखाई देगा.
कंसोर्टियम ने फैसला किया है कि पहले से ही स्थापित ब्रांड के साथ जेट एयरवेज को फिर से खुले आसमान में उड़ाना फायदेमंद होगा. जेट एयरवेज की खोए हुए आसमान को फिर से हासिल करना है. इसके लिए एयरलाइन इंडस्ट्री के लिए नए बेंचमार्क सेट करना होगा. और यह सब घरेलू और इंटरनेशनल उड़ान से ही स्थापित किया जा सकता है.
क्योंकि एविएशन इंडस्ट्री में जेट एयरवेज का 25 साल का शानदार और गौरवशाली इतिहास रहा है. इस दौरान जेट एयरवेज ने अपने अलग ही ग्राहक बनाए थे. अब इन ग्राहकों को फिर से जोड़ने का समय आ गया है. ताकि ये लोग फिर से अपनी पसंदीदा शानदार उड़ान का अनुभव महसूस कर सकें.
जेट 2.0 का हब दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु ही होगा साथ ही टियर-2 और टियर-3 शहरों में भी इस सर्विस को बढ़ावा दिया जाएगा. ताकि जेट एयरवेज फिर से अपने पैरों पर खड़ा हो सके.
जेट की पैसेंजर सर्विस के साथ-साथ कार्गो सर्विस (cargo services) को भी शुरू करने पर फोकस किया जा रहा है.
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07:51 PM IST